
नए घर में शिफ्ट हो रहे हैं? होमबायर्स के लिए वास्तु मूव-इन चेकलिस्ट
नया घर खरीदना और उसमें शिफ्ट होना हर किसी के जीवन का खास पल होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में प्रवेश और साज-सज्जा अगर वास्तु के अनुसार हो, तो यह घर आपके जीवन में खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि लाता है?
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है जो घर को पाँच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश) से संतुलित करता है। अगर आप नए घर में शिफ्ट होने जा रहे हैं, तो यह वास्तु चेकलिस्ट आपको सही दिशा में मार्गदर्शन देगी।
क्यों ज़रूरी है नए घर में शिफ्ट होते समय वास्तु?
वास्तु घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है।
परिवार में सामंजस्य और प्रेम बना रहता है।
स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति बेहतर होती है।
नकारात्मकता, झगड़े और तनाव से बचाव होता है।
यानी वास्तु के अनुसार गृह प्रवेश करने से आपका नया घर सचमुच खुशियों का आशीर्वाद बन जाता है।
नए घर में शिफ्ट होने की वास्तु चेकलिस्ट
1. शुभ मुहूर्त पर गृह प्रवेश करें
ज्योतिषाचार्य या पंडित से शुभ मुहूर्त निकालें।
माघ, वैशाख, श्रावण और कार्तिक मास शुभ माने जाते हैं।
आषाढ़ महीने में गृह प्रवेश से बचें।
2. घर को शुद्ध करें
फर्श को नमक मिले पानी से साफ करें।
हर कोने में गंगाजल या पवित्र जल छिड़कें।
कपूर, धूप या लोबान जलाकर नकारात्मक ऊर्जा दूर करें।
3. मुख्य द्वार का महत्व
घर का दरवाज़ा उत्तर या पूर्व दिशा में होना शुभ है।
दरवाज़े पर आम के पत्तों का तोरण, स्वास्तिक या ओम् का चिन्ह लगाएँ।
दरवाज़े के पास सूर्य उदय या सात घोड़ों की पेंटिंग लगाने से तरक्की और सफलता आती है।
4. रसोईघर (किचन) की दिशा
सबसे अच्छा स्थान: दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण)।
गैस चूल्हा पूर्व दिशा में रखें और सिंक उत्तर-पूर्व में हो।
किचन में फल या लौ जलती हुई अग्नि की पेंटिंग लगाने से ऊर्जा और समृद्धि बढ़ती है।
5. मास्टर बेडरूम
मुखिया का बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए।
सिर दक्षिण या पूर्व दिशा में रखकर सोएँ।
इस कमरे में लव बर्ड्स या जोड़े की पेंटिंग लगाने से दाम्पत्य जीवन में प्रेम और स्थिरता बनी रहती है।
6. पूजा घर / मेडिटेशन कॉर्नर
सबसे शुभ दिशा: उत्तर-पूर्व (ईशान कोण)।
मूर्तियाँ पूर्व या पश्चिम की ओर रखें।
यहाँ पर ध्यान करते बुद्ध की पेंटिंग या ओम् चिन्ह लगाएँ, इससे शांति और सकारात्मकता बढ़ती है।
7. लिविंग रूम वास्तु
स्थान: उत्तर या पूर्व दिशा।
भारी फर्नीचर दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें।
लिविंग रूम में सात घोड़ों की पेंटिंग सफलता के लिए, और झरना या नदी की पेंटिंग अवसरों और धन वृद्धि के लिए लगाएँ।
8. बच्चों का कमरा
सबसे अच्छा स्थान: पश्चिम या उत्तर-पूर्व।
पढ़ाई की मेज उत्तर या पूर्व दिशा में रखें।
कमरे में उड़ते पक्षी या तितलियों की पेंटिंग लगाएँ, इससे रचनात्मकता और फोकस बढ़ता है।
9. बाथरूम और टॉयलेट
स्थान: उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व।
हमेशा दरवाज़ा बंद रखें।
हल्के रंग का उपयोग करें।
बाथरूम के पास बाँस (Bamboo) की पेंटिंग लगाने से ऊर्जा संतुलित होती है।
10. गृह प्रवेश पूजा और अनुष्ठान
सबसे पहले गणेश पूजा और वास्तु शांति पूजा करें।
नए बर्तन में दूध उबालकर गिरने दें—यह समृद्धि का प्रतीक है।
उत्तर-पूर्व कोने में घी का दीपक जलाएँ।
घर के पूर्व हिस्से में सूर्यदेव और सात घोड़ों की पेंटिंग लगाने से ऊर्जा और सफलता बढ़ती है।
वास्तु मूव-इन के छोटे नियम
क्या करें (Do’s):
दाएँ पैर से घर में प्रवेश करें।
लॉकर दक्षिण-पश्चिम में रखें और उसका मुँह उत्तर की ओर हो।
उत्तर दिशा में जल तत्व की पेंटिंग (नदी, झरना, कमल) लगाएँ।
गृह प्रवेश के बाद घर पहली रात रोशनी से भरा होना चाहिए।
क्या न करें (Don’ts):
बिना पूजा किए शिफ्ट न हों।
टूटे-फूटे आईने, घड़ी या मूर्तियाँ न रखें।
गृह प्रवेश के तुरंत बाद घर खाली न छोड़ें।
नए घर में वास्तु पेंटिंग्स का महत्व
वास्तु शास्त्र में पेंटिंग्स सिर्फ सजावट नहीं, बल्कि ऊर्जा संतुलन का साधन मानी जाती हैं।
सात घोड़े (उत्तर/पूर्व दीवार): सफलता और करियर ग्रोथ।
झरना या नदी (उत्तर दिशा): धन और अवसरों की वृद्धि।
जोड़ा पेंटिंग या लव बर्ड्स (दक्षिण-पश्चिम): प्रेम और संबंधों में मजबूती।
ध्यानमग्न बुद्ध (उत्तर-पूर्व): शांति और ध्यान।
उगता सूरज (पूर्व दिशा): नई शुरुआत और प्रगति।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
नए घर में प्रवेश से पहले क्या करें?
घर को नमक पानी से धोकर शुद्ध करें, गंगाजल छिड़कें और पूजा करें।
मुख्य द्वार किस दिशा में होना चाहिए?
पूर्व या उत्तर दिशा का द्वार सबसे शुभ माना जाता है।
क्या फ्लैट्स और छोटे घरों में भी वास्तु लागू हो सकता है?
हाँ, छोटे घरों में भी सही दिशा में पेंटिंग्स और सजावट से वास्तु संतुलन लाया जा सकता है।
क्या गृह प्रवेश पूजा ज़रूरी है?
जी हाँ, इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और नकारात्मकता दूर होती है।
पूजा घर कहाँ होना चाहिए?
उत्तर-पूर्व दिशा सबसे श्रेष्ठ है।
नए घर में धन आकर्षित करने के लिए क्या करें?
लॉकर दक्षिण-पश्चिम में रखें और उत्तर दिशा में सात घोड़े या झरने की पेंटिंग लगाएँ।
निष्कर्ष
नया घर सिर्फ ईंट और दीवारों का ढांचा नहीं होता, यह हमारे सपनों और भविष्य की नींव होता है। अगर आप गृह प्रवेश और मूव-इन को वास्तु शास्त्र के अनुसार करते हैं—सही पूजा, सही दिशा और सही पेंटिंग्स के साथ—तो आपका घर स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि का केंद्र बन जाता है।
याद रखें: सही वास्तु से घर सिर्फ रहने की जगह नहीं, बल्कि खुशियों और तरक्की का आशीर्वाद बन जाता है।
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