क्या आपका नया फ्लैट वास्तु-फ्रेंडली है? यहाँ जानें पूरी जानकारी

क्या आपका नया फ्लैट वास्तु-फ्रेंडली है? यहाँ जानें पूरी जानकारी

क्यों ज़रूरी है फ्लैट खरीदते समय वास्तु देखना

जब हम नया फ्लैट या अपार्टमेंट खरीदते हैं, तो ज़्यादातर लोग केवल लोकेशन, बजट और इंटीरियर देखते हैं। लेकिन यह देखना भी उतना ही ज़रूरी है कि आपका घर वास्तु के अनुसार है या नहीं

एक वास्तु-फ्रेंडली फ्लैट आपके जीवन में स्वास्थ्य, समृद्धि, खुशी और सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है।
तो सवाल यह है – कैसे पता करें कि आपका नया फ्लैट वास्तु के अनुसार सही है?


क्यों ज़रूरी है फ्लैट में वास्तु?

वास्तु शास्त्र प्राचीन भारतीय वास्तुकला विज्ञान है जो घर को पाँच तत्वों – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश – के साथ संतुलित करता है।

आजकल हाई-राइज़ अपार्टमेंट्स में भी वास्तु उतना ही ज़रूरी है, क्योंकि यहाँ भी मुख्य दरवाज़ा, रसोई, बेडरूम और बालकनी की दिशा घर की ऊर्जा को प्रभावित करती है।

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सबसे महत्वपूर्ण: मुख्य दरवाज़े की दिशा और पद

वास्तु में मुख्य द्वार को "ऊर्जा का मुख" कहा जाता है। यहीं से घर में सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।

हर दिशा में दरवाज़ा होना अच्छा नहीं होता, बल्कि सही पद (Padas) में दरवाज़ा होना बहुत शुभ माना जाता है।

✅ शुभ मुख्य द्वार पद

  • उत्तर (N3, N4): करियर और धन में वृद्धि।

  • पूर्व (E3, E4): स्वास्थ्य, शिक्षा और खुशहाली।

  • दक्षिण (S3, S4): नेतृत्व, स्थिरता और मान-सम्मान।

  • पश्चिम (W3, W4): रचनात्मकता, रिश्ते और सामाजिक सफलता।

👉 अगर आपके फ्लैट का मुख्य दरवाज़ा इन पदों में है, तो यह बहुत शुभ माना जाता है।


अन्य मुख्य वास्तु जाँचें

1. लिविंग रूम

  • सही दिशा: उत्तर-पूर्व या पूर्व।

  • लाभ: घर में सामंजस्य और खुशहाली बढ़ती है।


2. बेडरूम

  • मास्टर बेडरूम: दक्षिण-पश्चिम (स्थिरता और मजबूती)।

  • बच्चों का कमरा/गेस्ट रूम: उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व।

  • बचें: उत्तर-पूर्व में बेडरूम रखने से बेचैनी और स्वास्थ्य समस्या होती है।


3. रसोई (किचन)

  • सही दिशा: दक्षिण-पूर्व (अग्नि तत्व)।

  • विकल्प: उत्तर-पश्चिम।

  • बचें: उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम।


4. टॉयलेट और बाथरूम

  • सही दिशा: उत्तर-पश्चिम या पश्चिम।

  • बचें: उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम।


5. बालकनी और खिड़कियाँ

  • सही दिशा: पूर्व या उत्तर।

  • बचें: केवल दक्षिण या पश्चिम।


6. पूजा घर / मेडिटेशन कॉर्नर

  • सही दिशा: उत्तर-पूर्व।

  • बचें: दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम।


7. फ्लैट का आकार

  • सबसे अच्छा: वर्गाकार या आयताकार।

  • बचें: टेढ़े-मेढ़े और कटी हुई आकृति वाले फ्लैट।


दिशा अनुसार वास्तु चेकलिस्ट (पाद सहित)

दिशासबसे अच्छा उपयोगशुभ पादबचें
उत्तरमुख्य दरवाज़ा, लिविंग रूम, पानी से जुड़ी चीजेंN3, N4किचन, टॉयलेट
पूर्वमुख्य दरवाज़ा, बालकनी, पढ़ाई, लिविंग रूमE3, E4टॉयलेट
दक्षिणमुख्य दरवाज़ा (S3, S4), डाइनिंगS3, S4टॉयलेट, बेडरूम
पश्चिममुख्य दरवाज़ा (W3, W4), बच्चों का कमराW3, W4पूजा घर
उत्तर-पूर्वपूजा घर, मेडिटेशनकिचन, टॉयलेट, बेडरूम
दक्षिण-पूर्वकिचनबेडरूम, बाथरूम
दक्षिण-पश्चिममास्टर बेडरूमकिचन, टॉयलेट
उत्तर-पश्चिमगेस्ट रूम, बाथरूममास्टर बेडरूम

आम वास्तु दोष और उपाय

  • दक्षिण दिशा में दरवाज़ा (S3, S4 छोड़कर): दक्षिण दीवार पर 7 घोड़ों की पेंटिंग लगाएँ।

  • उत्तर-पूर्व में टॉयलेट: वहाँ सेंधा नमक रखें और हल्के नीले रंग का उपयोग करें।

  • पूर्व दिशा में बालकनी न होना: सूर्योदय की पेंटिंग लगाएँ।

  • गलत दिशा में बेडरूम: हल्के रंग और बुद्ध की पेंटिंग का प्रयोग करें।

  • टेढ़ा-मेढ़ा फ्लैट: दर्पण और प्रतीकात्मक पेंटिंग से सुधार करें।


नया फ्लैट खरीदते समय वास्तु टिप्स

  1. देखें कि मुख्य दरवाज़ा N3, N4, E3, E4, S3, S4, W3, W4 पद में है या नहीं।

  2. फ्लैट में प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन ज़रूर हो।

  3. पूर्व या उत्तर दिशा में बालकनी होना अच्छा है।

  4. ऐसे फ्लैट से बचें जिनमें किचन उत्तर-पूर्व या टॉयलेट दक्षिण-पश्चिम में हो।

  5. अगर सुधार संभव न हो तो वास्तु पेंटिंग्स और उपाय अपनाएँ।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

❓ किस दिशा का मुख्य दरवाज़ा सबसे अच्छा होता है?

✔ उत्तर और पूर्व दिशा सबसे शुभ है। विशेषकर N3, N4, E3, E4 पद बहुत लाभकारी हैं।


❓ क्या दक्षिण दिशा का दरवाज़ा हमेशा अशुभ होता है?

✔ नहीं। अगर दरवाज़ा S3 या S4 पद में है तो यह शुभ है और स्थिरता व मान-सम्मान लाता है।


❓ क्या पश्चिम दिशा का फ्लैट वास्तु के अनुसार सही हो सकता है?

✔ हाँ। अगर मुख्य दरवाज़ा W3 या W4 पद में है तो यह बहुत अच्छा माना जाता है।


❓ अगर दरवाज़ा शुभ पद में न हो तो क्या करें?

✔ उपाय करें जैसे – वास्तु पेंटिंग्स, दर्पण, क्रिस्टल और रंगों का सही प्रयोग


❓ क्या पद दिशा से ज़्यादा महत्वपूर्ण है?

✔ दोनों ज़रूरी हैं, लेकिन पाद ज़्यादा सटीक जानकारी देते हैं। जैसे, दक्षिण दिशा में S3 पाद उत्तर की गलत दिशा वाले दरवाज़े से बेहतर हो सकता है।


निष्कर्ष: पद ही है असली कुंजी

नया फ्लैट खरीदते समय केवल लोकेशन या इंटीरियर मत देखें, बल्कि यह भी देखें कि क्या वह वास्तु-फ्रेंडली है।

👉 अगर आपका मुख्य दरवाज़ा N3, N4, E3, E4, S3, S4 या W3, W4 पद में है, तो यह घर पहले से ही शुभ ऊर्जा से भरा हुआ है।

सही दिशा में बेडरूम, किचन और बालकनी मिल जाए तो यह घर आपके जीवन में सकारात्मकता, समृद्धि और शांति ज़रूर लाएगा।

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