
घर खरीदने से पहले ध्यान रखने योग्य 7 ज़रूरी बातें
घर खरीदना जीवन का सबसे बड़ा फैसला होता है। यह सिर्फ़ चार दीवारें खरीदना नहीं है, बल्कि ऐसा स्थान चुनना है जहाँ आपका परिवार रहेगा, बढ़ेगा और तरक्की करेगा।
अक्सर लोग घर खरीदते समय सिर्फ़ बजट, लोकेशन और बिल्डर देखते हैं, लेकिन एक चीज़ जिसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं वह है – वास्तु शास्त्र।
वास्तु सिर्फ़ परंपरा नहीं, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा, सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य बनाए रखने का विज्ञान है।
इस लेख में हम बात करेंगे घर खरीदने से पहले ध्यान रखने योग्य 7 सबसे अहम बातों की – और हर पॉइंट के साथ जानेंगे कि वास्तु क्या कहता है।
Read this blog in english : 7 Things To Consider Before Buying a Home
1. घर की लोकेशन और आस-पास का माहौल
घर की लोकेशन उसकी असली कीमत और आपके जीवन की क्वालिटी तय करती है। आसपास का वातावरण जितना साफ़-सुथरा और पॉजिटिव होगा, घर उतना ही शुभ माना जाएगा।
वास्तु सुझाव:
श्मशान, कब्रिस्तान और अस्पताल के पास घर न खरीदें – इन जगहों की नकारात्मक ऊर्जा घर पर असर डालती है।
घर के आसपास हरे-भरे पेड़ और साफ़ सड़कें हों तो यह शुभ माना जाता है।
पूर्वमुखी (East-facing) प्लॉट सबसे उत्तम माने जाते हैं, क्योंकि सुबह की धूप घर में आती है।
2. मुख्य द्वार (Entrance) – ऊर्जा का प्रवेश द्वार
मुख्य द्वार को वास्तु में सबसे अहम माना गया है, क्योंकि यहीं से घर में ऊर्जा प्रवेश करती है।
वास्तु सुझाव:
सबसे शुभ दिशा – उत्तर, उत्तर-पूर्व और पूर्वमुखी मुख्य द्वार।
दक्षिण-पश्चिम (South-West) दिशा का दरवाज़ा अशुभ माना जाता है।
मुख्य द्वार हमेशा साफ़, रोशन और बिना रुकावट का होना चाहिए।
3. घर का नक्शा और फ्लोर प्लान
घर की डिज़ाइन और कमरे किस दिशा में बने हैं, यह परिवार की तरक्की और सुख-शांति पर असर डालता है।
वास्तु सुझाव:
रसोईघर (Kitchen): दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए।
मास्टर बेडरूम: दक्षिण-पश्चिम दिशा में हो तो स्थिरता आती है।
बैठक/लिविंग रूम: उत्तर या पूर्व दिशा में होना शुभ है।
बाथरूम: उत्तर-पूर्व या घर के बीच में न हो।
4. प्राकृतिक रोशनी और हवा
जिस घर में धूप और ताज़ी हवा आती है, वहाँ हमेशा खुशी और सेहत बनी रहती है। अंधेरे और बंद घरों में नकारात्मकता बढ़ती है।
वास्तु सुझाव:
उत्तर और पूर्व दिशा में खिड़कियाँ ज़्यादा हों ताकि धूप आए।
घर में क्रॉस-वेंटिलेशन होना ज़रूरी है।
सुबह की धूप (पूर्व से आने वाली) सेहत और ऊर्जा देती है।
5. पानी का स्रोत और प्रवाह
वास्तु में पानी धन और अवसर का प्रतीक माना जाता है। पानी की सही दिशा आर्थिक स्थिति तय करती है।
वास्तु सुझाव:
उत्तर-पूर्व दिशा – बोरवेल या कुआँ रखने के लिए उत्तम।
दक्षिण-पश्चिम – ओवरहेड टंकी रखने के लिए सही।
पानी के स्रोत दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम में न हों।
6. कमरों की सही जगह
कमरे कहाँ बने हैं, यह घर के रिश्तों और बच्चों की पढ़ाई पर असर डालता है।
वास्तु सुझाव:
पूजा/ध्यान कक्ष: उत्तर-पूर्व में हो तो शांति मिलती है।
बच्चों का कमरा: पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में।
स्टडी रूम: पूर्व या उत्तर दिशा में हो तो ध्यान बढ़ता है।
गेस्ट रूम: उत्तर-पश्चिम दिशा सबसे अच्छी।
7. बजट, बिल्डर और कानूनी कागज़ात
वास्तु के साथ-साथ वित्तीय और कानूनी सुरक्षा भी ज़रूरी है।
वास्तु + प्रैक्टिकल सुझाव:
हमेशा विश्वसनीय बिल्डर से घर खरीदें।
RERA रजिस्टर्ड प्रोजेक्ट चुनें।
थोड़ा महंगा हो तो भी वास्तु-अनुकूल घर खरीदना लंबे समय में फ़ायदे का सौदा है।
क्यों ज़रूरी है वास्तु?
आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोग तनाव, बीमारी और आर्थिक दबाव झेलते हैं। एक वास्तु-अनुकूल घर चुपचाप आपकी तरक्की में मदद करता है।
सेहत बेहतर रहती है (धूप और हवा से)।
धन और अवसर बढ़ते हैं (पानी और दरवाज़े की सही दिशा से)।
परिवार में मेल-जोल और शांति रहती है।
घर का रिसेल वैल्यू भी बढ़ जाता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
सवाल 1: क्या घर खरीदते समय वास्तु देखना ज़रूरी है?
जवाब: हाँ। वास्तु घर को पाँच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश) से संतुलित करता है। रिसर्च बताती है कि धूप और हवा से भरे घर मानसिक और शारीरिक सेहत सुधारते हैं।
सवाल 2: घर का सबसे शुभ मुख्य द्वार किस दिशा में होता है?
जवाब: उत्तर, पूर्व और उत्तर-पूर्व दिशा में बना दरवाज़ा सबसे शुभ है। दक्षिण-पश्चिम से बचना चाहिए।
सवाल 3: अगर घर पूरी तरह वास्तु-अनुकूल न हो तो क्या करें?
जवाब: घबराएँ नहीं। छोटे-छोटे उपाय (पेंटिंग्स, क्रिस्टल, आईना, वास्तु यंत्र) से नकारात्मक असर कम किया जा सकता है।
सवाल 4: क्या वास्तु का असर घर के रिसेल वैल्यू पर होता है?
जवाब: बिल्कुल। आजकल ज़्यादातर खरीदार वास्तु देखते हैं। वास्तु वाले घर जल्दी बिकते हैं और उनकी कीमत भी ज़्यादा मिलती है।
सवाल 5: घर खरीदते समय कौन-सी आम वास्तु गलतियाँ होती हैं?
जवाब:
रसोई उत्तर-पूर्व में होना
बेडरूम दक्षिण-पूर्व में होना
टॉयलेट उत्तर-पूर्व या घर के बीच में होना
अंधेरा और हवा न आना
कटे-फटे या तिकोने प्लॉट लेना
निष्कर्ष
घर खरीदना सिर्फ़ निवेश (Investment) नहीं बल्कि जीवन का सबसे बड़ा फैसला है। अगर आप इन 7 बातों पर ध्यान देंगे – लोकेशन, मुख्य द्वार, नक्शा, धूप-हवा, पानी का स्रोत, कमरों की सही जगह और बिल्डर/कानूनी जाँच – और इन्हें वास्तु सिद्धांतों के साथ मिलाएँगे, तो आपका घर सच में सुख, समृद्धि और सफलता देगा।
वास्तु आपको सिर्फ़ ROI (Return on Investment) नहीं बल्कि ROL (Return on Life) भी देता है।
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