
बच्चों के कमरे के लिए वास्तु टिप्स – पढ़ाई, ध्यान और नींद में सुधार
बच्चों के कमरे में वास्तु क्यों ज़रूरी है?
बच्चे अपने आस-पास के माहौल से बहुत जल्दी प्रभावित होते हैं। कमरे की दिशा, रंग, बिस्तर और पढ़ाई की जगह का असर उनके दिमाग, पढ़ाई और नींद पर पड़ता है।
अगर कमरे में सकारात्मक ऊर्जा होगी, तो बच्चा ज़्यादा ध्यान से पढ़ेगा, अच्छे से सोएगा और खुश रहेगा।
वास्तु के फायदे बच्चों के लिए:
ध्यान और याददाश्त बेहतर होती है
मन शांत और स्थिर रहता है
नींद अच्छी आती है
पढ़ाई और करियर में सफलता मिलती है
बच्चों के कमरे के लिए सबसे अच्छी दिशा (Vastu Direction)
कमरे की दिशा बच्चे के स्वभाव और पढ़ाई पर असर डालती है।
दिशा | फायदे |
---|---|
पश्चिम (West) | बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए अच्छा |
उत्तर-पूर्व (North-East) | पढ़ाई और ध्यान के लिए सबसे बढ़िया |
पूर्व (East) | सेहत और ऊर्जा के लिए अच्छा |
उत्तर (North) | भविष्य और करियर सोचने की क्षमता बढ़ाता है |
ध्यान दें: बच्चों का कमरा दक्षिण-पश्चिम (South-West) में न रखें, इससे बच्चा ज़िद्दी हो सकता है।
पढ़ाई के लिए वास्तु टिप्स
अगर बच्चा घंटों पढ़ता है लेकिन ध्यान नहीं लग पाता, तो पढ़ाई की जगह में बदलाव मदद करेगा।
1. स्टडी टेबल की दिशा
टेबल उत्तर (North) या पूर्व (East) में रखें।
पूर्व की ओर मुंह करने से रचनात्मकता बढ़ती है, उत्तर की ओर मुंह करने से ध्यान लगता है।
पीठ के पीछे मज़बूत दीवार हो, खिड़की न हो।
2. टेबल पर सामान
टेबल साफ और व्यवस्थित रखें।
लकड़ी या कॉपर का पेन स्टैंड रखें।
टेबल पर अनावश्यक किताबें और सामान न रखें।
3. रोशनी
सुबह पूर्व दिशा से आने वाली धूप सबसे अच्छी है।
रात में बाईं ओर सफेद रोशनी वाली स्टडी लैंप लगाएं।
अच्छी नींद के लिए वास्तु टिप्स
नींद अच्छी होगी तो बच्चा सुबह तरोताज़ा उठेगा और पढ़ाई में मन लगेगा।
1. बिस्तर की दिशा
सोते समय सिर पूर्व या दक्षिण की ओर हो।
बिस्तर बीम के नीचे या दरवाज़े के ठीक सामने न रखें।
बिस्तर के सामने आईना न हो।
2. गद्दा और बिस्तर
एक ही गद्दा इस्तेमाल करें, दो गद्दे जोड़कर न लगाएं।
हल्के रंग के बेडशीट – नीला, हरा या गुलाबी इस्तेमाल करें।
3. इलेक्ट्रॉनिक सामान
टीवी, मोबाइल, टैबलेट सोने के कमरे में न रखें।
अगर रखना जरूरी हो तो सोते समय बंद कर दें और सिर से दूर रखें।
बच्चों के कमरे के लिए सही रंग
रंग मन और दिमाग पर सीधा असर डालते हैं।
रंग | असर |
---|---|
हल्का हरा | ध्यान और शांति बढ़ाता है |
आसमानी नीला | रचनात्मकता बढ़ाता है |
पीला | सकारात्मकता और याददाश्त बढ़ाता है |
हल्का गुलाबी | प्यार और अपनापन बढ़ाता है |
बचें: बहुत गहरे रंग और ज्यादा लाल/नारंगी रंग से, ये बेचैनी ला सकते हैं।
बच्चों की सफलता के लिए वास्तु उपाय
पढ़ाई के साथ-साथ बच्चे का आत्मविश्वास, रचनात्मकता और सामाजिक कौशल भी ज़रूरी है।
पूर्व दीवार पर प्रेरणादायक पेंटिंग या कोट्स लगाएं।
कमरे में इनडोर पौधे जैसे बांस का पौधा रखें।
उत्तर-पूर्व में ग्लोब या वर्ल्ड मैप रखें।
स्टडी टेबल पर क्रिस्टल ग्लोब रखें।
बच्चों के कमरे में होने वाली आम गलतियां
बिस्तर खिड़की के नीचे रखना
अलमारी और टेबल में बहुत ज्यादा सामान भरना
तेज और नुकीली चीजें खुली जगह पर रखना
टेबल दीवार की तरफ रखना और सामने खुली जगह न होना
कमरे में अंधेरा या कम रोशनी होना
अगर कमरे की दिशा बदलना संभव न हो तो उपाय
स्टडी टेबल पर वास्तु पिरामिड रखें।
स्टडी चेयर के पीछे बिना पानी वाला पहाड़ का चित्र लगाएं।
उत्तर दिशा में पानी का छोटा बाउल रखें।
पूर्व की खिड़की पर विंड चाइम लगाएं।
रोज़ाना अपनाने वाली आदतें
सुबह खिड़कियां खोलकर धूप और ताज़ी हवा आने दें।
बच्चे को अपना बिस्तर खुद ठीक करने की आदत डालें।
रोज़ शाम को टेबल साफ करें।
हल्की खुशबू वाली अगरबत्ती जलाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1: बच्चों के कमरे के लिए सबसे अच्छी दिशा कौन सी है?
पश्चिम दिशा विकास के लिए अच्छी है, पढ़ाई के लिए उत्तर-पूर्व सबसे अच्छी है।
Q2: बच्चे को किस दिशा में पढ़ना चाहिए?
पूर्व दिशा में रचनात्मकता के लिए, उत्तर दिशा में ध्यान के लिए।
Q3: बच्चों के कमरे के लिए कौन से रंग अच्छे हैं?
हल्का हरा, आसमानी नीला, पीला और हल्का गुलाबी।
Q4: नींद के लिए बिस्तर की दिशा क्या होनी चाहिए?
सिर पूर्व या दक्षिण की ओर होना चाहिए।
Q5: क्या बिना कमरे की दिशा बदले वास्तु उपाय किए जा सकते हैं?
हाँ, पौधे, पेंटिंग, पिरामिड और सही रंगों से सुधार किया जा सकता है।
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