
वास्तु की 5 गलतियाँ जो हम सब करते हैं और उन्हें कैसे ठीक करें
वास्तु शास्त्र सिर्फ एक पारंपरिक मान्यता नहीं, बल्कि यह हमारे घर और कार्यस्थल की ऊर्जा को संतुलित करने का विज्ञान है। घर का हर कोना, हर दिशा और हर रंग हमारे जीवन में सकारात्मक या नकारात्मक असर डाल सकता है। लेकिन अक्सर हम अनजाने में कुछ गलतियाँ कर बैठते हैं जो घर की ऊर्जा को अवरुद्ध कर देती हैं। इन गलतियों की वजह से करियर में रुकावट, रिश्तों में तनाव और आर्थिक परेशानियाँ भी हो सकती हैं।
इस ब्लॉग में हम उन 5 आम वास्तु गलतियों पर चर्चा करेंगे जो ज्यादातर लोग करते हैं और साथ ही उनके आसान उपाय भी जानेंगे। To read this blog in english click here
1. मुख्य दरवाजे की गलत दिशा या गंदगी
गलती: घर का मुख्य दरवाजा घर की ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। अगर यह दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम की गलत डिग्री पर हो या गंदा और अव्यवस्थित रहे, तो यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
उपाय:
दरवाजे को हमेशा साफ और रोशन रखें।
दरवाजे पर शुभ प्रतीक जैसे स्वस्तिक, ॐ या शंख का चिन्ह बनाएं।
नामपट्टी हमेशा साफ और मजबूत रखें।
यदि दरवाजा गलत दिशा में है तो अंदर की ओर पीतल की घंटी लगाना लाभकारी होता है।
2. रसोई और बाथरूम का गलत प्लेसमेंट
गलती: रसोई अगर उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में बनाई जाती है तो यह स्वास्थ्य और धन दोनों पर बुरा असर डालती है। वहीं, बाथरूम का गलत दिशा में होना भी घर की सकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर देता है।
उपाय:
रसोई का आदर्श स्थान दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) है।
यदि रसोई गलत दिशा में है, तो गैस स्टोव के पास लाल रंग का कपड़ा या पेंटिंग लगाएं।
बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें और बाथरूम में नमक से नियमित सफाई करें।
बाथरूम में क्रिस्टल बॉल्स या गमले वाले पौधे रखने से नकारात्मकता कम होती है।
3. पानी के स्रोत का गलत स्थान
गलती: पानी का टैंक, फव्वारा या कोई भी जल स्रोत अगर दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम में हो तो यह आर्थिक नुकसान और मानसिक तनाव का कारण बनता है।
उपाय:
पानी का स्रोत हमेशा उत्तर दिशा या उत्तर-पूर्व में रखें।
उत्तर दिशा में बहते जल वाली पेंटिंग, जैसे झरना या नदी की तस्वीर, लगाना भी बेहद शुभ होता है।
एक छोटे फव्वारे का उत्तर दिशा में बहना करियर और धन के लिए अच्छा माना जाता है।
4. अव्यवस्थित और गंदा घर
गलती: घर में टूटी-फूटी चीजें, बेकार का सामान और अव्यवस्था नकारात्मक ऊर्जा का घर बन जाती हैं।
उपाय:
हर महीने एक दिन घर की सफाई और अव्यवस्था हटाने के लिए रखें।
टूटी हुई चीजें तुरंत हटा दें।
पूर्व दिशा में हरे पौधे या बाँस का पौधा रखने से सकारात्मकता और वृद्धि आती है।
5. गलत रंगों का उपयोग
गलती: घर में हर दिशा के लिए सही रंगों का चुनाव न करना एक बड़ी वास्तु गलती है।
उपाय:
उत्तर दिशा: नीला या हल्का हरा रंग।
दक्षिण दिशा: लाल या नारंगी रंग।
पूर्व दिशा: हरा या हल्का पीला।
पश्चिम दिशा: सफेद, क्रीम या हल्का ग्रे।
गलत रंगों को सही करने के लिए वॉल आर्ट, पेंटिंग्स या वॉलपेपर का उपयोग कर सकते हैं।
विशेषज्ञ सुझाव (Expert Tips)
ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) को हमेशा साफ, हल्का और खुला रखें। यहां पूजा स्थान या जल का स्रोत अच्छा माना जाता है।
करियर और अवसरों के लिए उत्तर दिशा में 7 घोड़े की पेंटिंग लगाना बहुत शुभ है।
रिश्तों में प्रेम और सामंजस्य के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा में युगल पेंटिंग (Couple Painting) या दो हंसों की तस्वीर लगाएं।
घर में रोजाना दीपक जलाना और हल्की ध्वनि वाले घंटियों का प्रयोग करने से भी ऊर्जा शुद्ध होती है।
निष्कर्ष
वास्तु शास्त्र जीवन में सकारात्मकता, स्वास्थ्य, और समृद्धि लाने का एक आसान तरीका है। ये 5 आम गलतियाँ अक्सर हमसे अनजाने में हो जाती हैं, लेकिन अगर हम इनके छोटे-छोटे उपाय अपनाएँ तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ सकता है। याद रखें, वास्तु सिर्फ दिशाओं का विज्ञान नहीं, बल्कि यह हमारे जीवन में संतुलन और शांति लाने की कला भी है।
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