वॉटरफॉल पेंटिंग लगाते समय ये 5 वास्तु गलतियाँ कभी न करें

वॉटरफॉल पेंटिंग लगाते समय ये 5 वास्तु गलतियाँ कभी न करें

वॉटरफॉल (झरने) की पेंटिंग घर में खुशहाली, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाने वाली मानी जाती है। लेकिन अगर इसे गलत दिशा में लगाया जाए, तो इसके उल्टे परिणाम भी हो सकते हैं – जैसे पैसों का नुकसान, मानसिक तनाव और करियर में रुकावट।

इस ब्लॉग में हम जानेंगे वॉटरफॉल पेंटिंग लगाते समय की 5 आम गलतियाँ, सही दिशा क्या है, और एक चेनई के दंपती का वास्तु अनुभव, जिससे आपको सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी।


📌 विषय सूची

  1. वॉटरफॉल पेंटिंग का वास्तु में महत्व

  2. सही दिशा क्यों है ज़रूरी

  3. ✅ पेंटिंग लगाने की सही दिशा

  4. ❌ 5 आम गलतियाँ जो लोगों को नुकसान पहुंचाती हैं

  5. 🏡 चेन्नई के एक दंपती का वास्तु अनुभव

  6. विशेषज्ञों के टिप्स

  7. जल्दी समझ में आने वाला सारांश

  8. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

  9. अंतिम विचार और सुझाव


1. वॉटरफॉल पेंटिंग का वास्तु में महत्व

वास्तु शास्त्र में पानी का तत्व (Water Element) प्रवाह, पैसा, अवसर और शांति का प्रतीक है। वॉटरफॉल पेंटिंग का सही दिशा में होना जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि लाता है।

लेकिन अगर यह गलत दिशा में हो, तो पैसे की हानि, रिश्तों में तनाव और मानसिक उलझन पैदा कर सकता है।


2. सही दिशा क्यों है ज़रूरी

वास्तु के अनुसार हर दिशा एक तत्व से जुड़ी होती है। वॉटरफॉल का संबंध "जल तत्व" से होता है, इसलिए उसे जल तत्व वाली दिशा में ही लगाना चाहिए:

  • उत्तर (North): करियर, नौकरी और आर्थिक प्रवाह की दिशा।

  • उत्तर-पूर्व (North-East): मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति और स्पष्ट सोच की दिशा।

🔥 दक्षिण (South) और दक्षिण-पूर्व (South-East) में जल तत्व नहीं रखा जाता। ये "अग्नि तत्व" की दिशा है।


3. ✅ वॉटरफॉल पेंटिंग लगाने की सही दिशा

✔️ उत्तम दिशा:

  • उत्तर (North) – नौकरी और बिज़नेस में तरक्की के लिए

  • उत्तर-पूर्व (North-East) – मानसिक शांति और फोकस के लिए

✔️ सही पेंटिंग कैसी होनी चाहिए:

  • पानी का प्रवाह घर के अंदर की ओर दिखना चाहिए

  • पानी साफ, शांत और सुंदर हो (न कि तूफानी या डरावना)

  • प्राकृतिक वातावरण हो – जैसे पेड़, पहाड़, नीला आसमान

  • फ्रेम मध्यम आकार का हो, बहुत बड़ा या छोटा नहीं

📍 सुझाव: पेंटिंग को लिविंग रूम, स्टडी या ऑफिस में लगाएं। किचन और बेडरूम में नहीं।


4. ❌ ये 5 आम वास्तु गलतियाँ न करें

1. दक्षिण या दक्षिण-पूर्व में लगाना

यह दिशा अग्नि तत्व की होती है। यहां जल तत्व रखने से वित्तीय नुकसान, सेहत की समस्या और झगड़े हो सकते हैं।

🚫 कभी भी वॉटरफॉल पेंटिंग को दक्षिण की दीवार पर न लगाएं।


2. पानी का प्रवाह बाहर की ओर दिखना

अगर पेंटिंग में पानी दरवाज़े या खिड़की की तरफ बहता दिखे, तो इसका मतलब है पैसा और पॉजिटिव एनर्जी बाहर जा रही है।

सही तरीका: पानी का प्रवाह घर की ओर होता दिखना चाहिए।


3. डरावनी या अंधेरी थीम वाली पेंटिंग

तूफान, काले बादल, डूबता जहाज जैसी पेंटिंग्स से डर, तनाव और नकारात्मक ऊर्जा आती है।

सुझाव: शांत, साफ पानी वाली पेंटिंग का ही चयन करें।


4. बेडरूम या किचन में लगाना

बेडरूम में वॉटरफॉल से नींद में बाधा, और किचन में अग्नि तत्व के साथ टकराव होता है।

सही जगह: लिविंग रूम, स्टडी, उत्तर दिशा की दीवार


5. गलत साइज और ऊँचाई पर लगाना

बहुत बड़ी या बहुत छोटी पेंटिंग संतुलन बिगाड़ सकती है।
बिलकुल सिर के ऊपर या बैठने/सोने की जगह के ऊपर नहीं लगाएं।

सुझाव: आंखों की ऊंचाई पर, दीवार के बीच में लगाएं।


5. 🏡 चेन्नई के एक दंपती का वास्तु अनुभव

स्थिति:

चेन्नई के एक दंपती ने एक खूबसूरत वॉटरफॉल पेंटिंग दक्षिण-पूर्व दिशा की रसोई में लगाई थी।

समस्या:

  • व्यापार में घाटा

  • घर में टेंशन

  • सेहत संबंधी छोटी-मोटी परेशानियाँ

समाधान:

  • वॉटरफॉल पेंटिंग को हटाया

  • वहां हवन कुंड की पेंटिंग लगाई (जो अग्नि तत्व का प्रतीक है)

  • वॉटरफॉल को उत्तर-पूर्व दिशा में स्टडी में लगाया गया

नतीजा:

3 महीने में:

  • बिज़नेस फिर से चल निकला

  • घर में सुकून आया

  • रिश्तों में मिठास लौटी

सीख: सही दिशा में सही पेंटिंग, जीवन में पॉजिटिव बदलाव ला सकती है।


6. विशेषज्ञों के वास्तु टिप्स

  • पेंटिंग के पास हल्का पीला लाइट लगाएं

  • पास में लकी बांस या मनी प्लांट रखें (उत्तर दिशा में)

  • फ्रेम और कांच साफ रखें – गंदगी से ऊर्जा रुकती है

  • पानी के छोटे क्रिस्टल फाउंटेन से असर और बढ़ सकता है

  • विशेषज्ञ से परामर्श लेकर ही फाइनल निर्णय लें


7. जल्दी समझ आने वाला सारांश

✅ करें:

  • उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाएं

  • पानी का प्रवाह अंदर की ओर हो

  • शांत और सुंदर प्राकृतिक दृश्य चुनें

  • लिविंग रूम या ऑफिस में लगाएं

❌ न करें:

  • दक्षिण या दक्षिण-पूर्व में न लगाएं

  • पानी बाहर की ओर बहता न दिखे

  • डरावनी/अंधेरी थीम से बचें

  • किचन और बेडरूम में न लगाएं

📌 मुख्य बात: पेंटिंग तभी असरदार होती है जब उसे सही दिशा में लगाया जाए।


8. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

❓ क्या मैं वॉटरफॉल पेंटिंग मेन डोर के पास लगा सकता हूँ?

नहीं। इससे पॉजिटिव ऊर्जा बाहर चली जाती है। उत्तर दिशा की अंदर वाली दीवार बेहतर होती है।

❓ क्या डिजिटल वॉटरफॉल स्क्रीन से भी असर होता है?

हो सकता है, लेकिन फिजिकल पेंटिंग का वास्तु में ज़्यादा प्रभाव होता है।

❓ क्या अपार्टमेंट में भी यह नियम लागू होते हैं?

हाँ, फ्लैट हो या बंगला – दिशा सबसे ज़्यादा मायने रखती है।


9. अंतिम विचार और सुझाव

वॉटरफॉल पेंटिंग एक सुंदर और शक्तिशाली वास्तु टूल है। लेकिन इसकी सही दिशा न हो तो यह पैसा और शांति दोनों का नुकसान कर सकती है।

🌊 क्या आप अपने घर के लिए सही दिशा में सही पेंटिंग चाहते हैं?
🎨 हमारे कलेक्शन से चुनें वास्तु-अनुकूल वॉटरफॉल पेंटिंग या विशेषज्ञ से सलाह लें।
📞 संपर्क करें और सकारात्मक ऊर्जा को अपने जीवन में बहने दें।

Comments : (0)

Write a Comment